रोज
एक जिंदगी रोज जी लेता हूँ
रोज एक मौत होती है मेरी
रोज सुबह नींद खुलने पर
पैदा होता हूँ
रोज रात को थक कर
मर जाता हूँ
हर रोज एक जनम लेता हूँ
हर रोज
हर जनम सफल नही हो पाता
मेरा
फ़िर भी मैं पैदा होता हूँ
हर रोज
उस दिन की आस मे
जिस दिन
सुबह पैदा नही हो पाऊंगा
आखरी जन्म लेकर
मर जाऊँगा ....तब तक
एक जिंदगी रोज जिऊंगा
रोज एक मौत होगी मेरी ....
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